जानिए क्यों आज तक कैलाश पर्वत पर कोई भी चढ़ाई नहीं कर पाया : दोस्तों आज हम आपको कैलाश पर्वत के बारे में कुछ ऐसी बातें बताएंगे जो पहले ना अपने सुनी होंगी कभी देखी होंगी।
क्या आप लोग जानते है की कैलाश पर्वत पर आजतक कोई भी चढाई नहीं कर पाया है जबकि यह पर्वत ना ही सबसे ज्यादा विशाल पर्वत है और न ही सबसे अनोखा है। तो फिर वो ऐसा कौन सा रहस्य है जो कोई नहीं जानता।
जैसा की हम सभी जानते है की कैलाश पर्वत भगवान शिव और माता पार्वती का निवास स्थल है। भगवान शिव आदियोगी है। अदि अर्थात पहला और योगी अर्थात योगा बनाने वाला। भगवान शिव सिर्फ हिन्दू देवता नहीं बल्कि पहले गुरु और पहले योगी भी है
क्या कैलाश पर्वत पर आजतक कोई चढाई कर पाया ? जानने के लिये आगे पढ़े।
कैलाश पर्वत तिब्बत में स्थित एक पर्वत श्रेणी है। इसके पश्चिम तथा दक्षिण में मानसरोवर तथा राक्षसताल झील हैं। यहां से कई महत्वपूर्ण नदियां निकलतीं हैं – ब्रह्मपुत्र, सिन्धु, सतलुज इत्यादि। कैलाश पर्वत की ऊंचाई लगभग 6638 मीटर है जबकि माउंट एवरेस्ट (Mount Everest ) से केवल 22 km ही छोटा है।
कहा गया है की कैलाश पर्वत पे सिर्फ एक सीध और सच्चा इंसान हे चढ़ सकता है। हिन्दू धरम मे इस पर्वत का काफी महत्व है। कैलाश पर्वत को अजय पर्वत भी कहा गया है जिसका अर्थ है की जिसे कोई जीत न सके।
लेकिन तिब्बत के इतिहास में कहा गया है की आज से 1000 साल पहले जैसाद मिलारेपा नाम के एक महान संत जो कि देविक शक्तियों से परिपूर्ण थे।
जब संत मिलारेपा ने कैलाश पर चढ़ाई की तब उनके साथ एक और अधय्त्मातिक गुरु ने चढाई की। लेकिन सूर्य की तीव्र रोशनी का वह गुरु सामना नहीं कर पाए। उसके बाद मिलारेपा ने कैलाश पर्वत चढ़ाई की और वह तप भी किया।
1926 का समय हुहृत्तलेड़गे (hugh ruttledge ) नाम का एक इंसान ने कैलाश पर्वत पे चढाई करने की कोशिश की थी मगर दिशाहीन ओर खराब मौसम होने का कारन वह इस पर्वत पे चढाई न कर पाये। उसके बाद काफी लोगों ने इस पर्वत पे चढाई करने की कोशिश की पर असफल रहे.
क्यों सिर्फ मिलारेपा ही कैलाश की चढ़ाई कर पाए ?
भगवान शिव को आदियोगी कहा जाता है अर्थात जिसने सबसे पहले ध्यान और योग साधना को सिखाया। उसी ज्ञान को मिलारेपा ने सीखा और पाया।
इसी ज्ञान की वजह से वह कैलाश पर्वत पर आसानी से चढ़ गए। विज्ञान इतना एडवांस होने का बाद भी कैलाश पर्वत पर चढाई नहीं कर पाया क्युकी कैलाश पर्वत पे समय ,मौसम, और दिशा का ज्ञान भांग हो जाता है।
तो ये थी संत मिलारेपा जी की कहानी इकलौता इंसान जो कैलाश पर्वत की चढ़ाई कर पाए।