मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं लिरिक्स – Meri Maa Ke Jaisa Koi Darbar Nahi Lyrics

मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं भजन

दुनिया से भरोसा टूट गया किसी और पे अब एतबार नही
मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं

सारी दुनिया से बढ़कर के मैंने माँ के प्यार को जाना है
तेरे चरणों में वो जादू है के झुकता सारा जमाना है
मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं

मैया तेरे दीवानों ने चौकी तेरी सजायी है
ममता से भरी प्यारी मूरत भक्तो के मन को भाई है
मै देखू जहा तक मेरी माँ तेरा अक्ष नजर आता है मुझे
नजरों का मेरी दोश नही मेरे मन में तू ही समायी है
मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं

तू साथ रहे किस बात का गम हिम्मत मेरी बढ़ जाती है
तेरे दर पे सर को झुकाने से शौहरत मेरी बढ़ जाती है
मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं

यारो मौजी को होश कहा ये दुनिया से बेगाना है
सारी दुनिया ये कहती है ये मैया का दिवाना है
मेरी माँ के जैसा कोई दरबार नहीं

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