दरबार तेरा कान्हा जन्नत का नजारा है लिरिक्स
तेरा दर तो हकीकत में दुखियो का सहारा है
दरबार तेरा कान्हा जन्नत का नजारा है
बिगड़ी हुयी तकदीरे तुम पल में बनाते हो
दरबार तेरा कान्हा दुखियो का सहारा है
तेरे दर पे जो आता है खाली नही जाता है
एक तुही मेरा कान्हा जन्नत का नजारा है
तेरा दर तो हकीकत में दुखियो का सहारा है
दरबार तेरा कान्हा जन्नत का नजारा है