आखिर कैसे गरुड़ बने भगवान विष्णु के वाहन...
BY: pankaj
एक दिन पक्षी राज गरुड़ ने अपनी माँ विनता से पूछा की उसे हमेशा सांपों की बात ही क्यों सुननी चाहिए
विनता ने तब उसे बताया कि कैसे उसके साथ छल किया गया और गुलाम बनाया गया
गरुड़ सांपों के पास गए और उनसे पूछा कि वे अपनी मां को गुलामी से बाहर निकालने में क्या मदद कर सकते हैं
नागों ने अमृत माँगागरुड़ अमृत लाने गएअपनी यात्रा पर जाने से पहले उसने अपनी माँ से पूछा
वह किस प्रकार का भोजन खा सकता है। विनता ने उससे कहा कि रास्ते में उसे निषादों की एक बस्ती मिलेगी
और उसे खाकर वह अपनी यात्रा जारी रख सकेगा। उसने उसे चेतावनी दी कि वह किसी भी ब्राह्मण को गलती से भी न खाए और न मारे
गरुड़ ने अपनी यात्रा प्रारंभ की जब वे निषाद की बस्ती में पहुँचे तो उन्होंने वहाँ
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