हनुमान लंका जला के चला है
अरे लंका वालो दशानन से कहदो
के हनुमान लंका जला के चला है
चुराते हो सीता मैया को छल से
समझ लोबुराई अपनी बाला है
अरे लंका वालो दशानन से कहदो
के हनुमान लंका जला के चला है
उजाड़े है मैंने ये बाग़ सारे
संभल जाओ वरना जाओगे मारे
गदा से गिराये दानव हजारो
राम भक्त ऐलान करके चला है
अरे लंका वालो दशानन से कहदो
के हनुमान लंका जला के चला है
अहंकार छोडो ना जीवन गवाओ
यु बेवक्त अपनी मौत ना बुलाओ
करेगा तुम्हे भी बरबाद रावण
वो बरबाद तुमको करने चला है
अरे लंका वालो दशानन से कहदो
के हनुमान लंका जला के चला है